Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-46

वो लोग धीरे-धीरे आगे बढ़े और एंबुलेंस के पास जाकर खड़े हो गए । उनमें से एक ने इशारा किया कि एंबुलेंस की आवाज निकाल दो तो उन्होंने एंबुलेंस के पीछे के 2 टायर की हवा निकाल दी । जिससे अगर कोई भागने की कोशिश भी करें तो वह भाग ना पाए । दरवाजे के पास पहुंचे जो दरवाजा अंदर से बंद था। यह वही फैक्ट्री थी जो बाहर से सुनसान ही दिखाई देती थी पर इसके अंदर हैवान रहते थे।

यह एक केमिकल फैक्ट्री थी जहां केमिकल बनाए जाते थे जो आसपास के लोगों के लिए जानलेवा थे। उन लोगों ने विरोध किया तो गवर्नमेंट ने इस फैक्ट्री को बंद कर दिया और यहां सभी तरीके के बैन लगा दिए। जिस वजह से ही काफी टाइम से यह बंद पड़ी थी पर इन लोगों ने यहां पर अपना अड्डा बना दिया और वह सब काम करने लगे।।

इन लोगों ने पीछे से अंदर घुसने का सोचा की पीछे होंगा जाकर देखा तो दरवाजा मिल गया था।

कुछ पुलिस वाले आगे के गेट के पास चुपके खड़े रहे तो कुछ एंबुलेंस के पीछे चुपके खड़े हैं बाकी के 40 पुलिस वाले साथ राजेंद्र के साफ अंदर की तरफ जाने लगे। उसने कार्तिक और आदित्य दोनों को ही पीछे रखा बाकी वह लोग धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगे। पीछे का दरवाजा खुल रह गया होगा जंग लगने की वजह से कुंडी टूट गई थी होगी । उन्होंने यह सोचा होगा कि इस सुनसान जंगल में कोन आएगा।

वह लोग धीरे-धीरे आगे बढ़ने लगे चारों तरफ मिट्टी की मिट्टी पड़ी हुई थी। कुछ कदम ही चले होंगे कि उन्हें कुछ आवाज सुनाई दी वह एक कमरे से आ रही थी।

सभी लोग चौकन्ना हो गए और धीरे-धीरे कदमों के साथ उस कमरे की ओर बढ़ने लगे यह कमरा उस फैक्ट्री में पीछे की तरफ बना हुआ था। उन लोगों ने जब जाकर देखा तो वहां कमरे के बाहर एक लॉक लगा हुआ था।

पुलिस वालों में से हवलदार आ गया और उसने जाकर दरवाजा खोलने के लिए उस लॉक को पकड़ा ही था कि तभी वह लॉक  के साथ चिपक गया । दूसरे हवलदार ने आकर उसके हाथ पर अपने साथ लाए हुए डंडे से मारा तो उसका हाथ छूट गया और वह दूर जाकर गिरा।

लॉक पर इलेक्ट्रिसिटी वायर से करंट दे रखा था जिससे कोई उसे खोलने की कोशिश करें तो उससे जोरदार करंट लगे । बाकी पुलिस वालों ने उस वलदार को संभाला और आसपास और पावर सप्लाई देखने लगे। कुछ ही देर में उन्हें वह प्लग दिखाई दिया । जहा से उस लॉक पर करंट किया गया था उन्होंने वह वायर काट दिया वहां से। फिर धीरे-धीरे और लॉक खोलने की कोशिश करने कुछ ही देर में लॉक खुल गया।

वह लोग लॉक तोड़ नहीं सकते थे क्योंकि अगर आवाज आई तो वह लोग सतर्क हो जाएंगे। उन्होंने जैसे-तैसे उस लॉक को खोला और अंदर जाने लगी। सभी ने अपनी-अपनी गन संभाल ली अंदर कुछ भी हो सकता था  । जैसे ही दरवाजा खुला वह लोग अंदर की तरफ प्रवेश करते हैं जहां पर जो देखा सभी हैरान रह गए।

वहां पर एक लड़की को बेड पर बांधा हुआ था बिना कपड़ों में यह वही लड़की थी जिसे इन लोगों ने काफी टाइम पहले उठाया था और उन लोगों ने उसे मारा नहीं था अब तक जिंदा रखा था।

उस लड़की के तन पर एक भी कपड़ा नहीं था आंखें लाल हो चुकी थी l, चेहरा उसका पूरा काला पड़ गया था शरीर पर जगह-जगह सिगरेट के जलाने के निशान थे और दांत से काटने के निशान दिखाई दे रहे थे उसके पूरी बॉडी पर।

राजेंद्र आगे बढ़ा और उसने पास रखा कपड़ा उठाया और उस लड़की को ढक दिया। फिर उस लड़की के एक हाथ में हथकड़ी बनी हुई थी उसे खोल दिया था। जैसे ही पुलिस उसे कमरे से बाहर ले जाने लगी उससे पहले ही वह लड़की बेहोश होकर नीचे गिर गई थी । राजेंद्र ने 2 हवलदार की मदद से बाहर भिजवाया फैक्ट्री से और पीछे के रास्ते से ही उसे हॉस्पिटल ले जाने के लिए बोला क्योंकि लड़की का ठीक होना बहुत जरूरी था।

वह हवलदार  उस लड़की को लेकर पीछे के रास्ते से बाहर निकल गए थे तभी उन्हें बीच रास्ते में डीआईजी और कमिश्नर मिले । उस लड़की को देखकर कमिश्नर को कुछ याद आया और कमिश्नर उन हवलदार को बोले की  इसे जल्दी से जल्दी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे और डॉक्टर से इसका इलाज कराओ, इसका होश में आना बहुत जरूरी है हमारे लिए।

वह लोग उसे लेकर हॉस्पिटल के लिए निकल चुके थे इधर कमिश्नर और डीआईजी फैक्ट्री के लिए पहुंच चुके थे। वह दोनों फैक्ट्री के बाहर थे एक हवलदार उन लोगों का इंतजार कर रहा था कब से। फिर हवलदार के साथ दोनो फैक्ट्री के पीछे की तरफ गए जहां से वह भी धीरे-धीरे अंदर गए।

कमिश्नर डीआईजी दोनों राजेंद्र के साथ ही आगे बढ़ रहे थे जहां उन्हें कुछ ना कुछ सामान दिखाई दे रहा था जैसे मशीनें खराब पड़ी हुई थी टूटे-फूटे सामान एक कमरा और दिखाई दिया जिस पर बाहर से ताला लगा हुआ था । पर इन लोगों ने उसे खोल कर देखने के लिए सोचा जैसे उस कमरे को खोला वह हैरान रह गए ।यह उसी लड़के का कमरा था जो अंदर से बहुत बेहतरीन तरीके से सजाया गया था बिल्कुल साफ सुथरा था खंडर हुई फैक्ट्री में इतना साफ सुथरा कमरा देखकर सभी हैरान थे।

राजेंद्र ने पुलिस वालों को उस कमरे के चेक करने के लिए बोला तभी उस कमरे में एक बॉक्स दिखाई दिया । हवलदार ने जाकर बॉक्स खोला उसमें से बहुत सारे सेक्सटॉयज मिले । इन सब की मदद से ही वह लोग लड़कियों के साथ गलत करते थे उसमें बहुत सी ऐसी चीजें थी जो बहुत खतरनाक थी पर इन लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता था। उन चीजों से तभी उन लोगों को कुछ आवाजें सुनाई दी और वह लोग धीरे-धीरे फैक्ट्री में आगे वाले हिस्से की तरफ जाने लगे।।

जैसे ही वह लोग आगे बढ़ रहे थे आदित्य और कार्तिक दोनों की धड़कन बढ़ रही थी कि मौली सही सलामत तो होगी उसे कुछ होना नहीं चाहिए।

क्या यह सभी लोग मौली को बचा पाएंगे ? क्या हुआ  उस लड़की के साथ जो वह अचानक बेहोश कैसे हो गई । जानने के लिए पढ़ते रहिए हमारी कहानी । अगला भाग बहुत जल्द आएगा तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखो क्योंकि कोई और रखने नहीं आएगा।

कमश:
।। जयसियाराम ।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


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3 Comments

shahil khan

10-Apr-2023 09:41 PM

nice

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बेहतरीन स्टोरी 👌👏

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Natasha

05-Apr-2023 01:16 PM

Nice

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